Allahabad University के नए नियम के तहत छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए 75 प्रतिशत हाजिरी लगानी होगी।यह हाजिरी छात्रों को बायोमीट्रिक तरीके से लगानी होगी। जो भी छात्र 75 प्रतिशत हाजिरी पूरी करने में असफल रहता है, तो उसे विवि द्वारा किसी भी प्रकार की छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।इसी नियम को तेजी से लागू करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने बायोमीट्रिक मशीन लगवाने की कवायद तेज कर दी है।इसके लिए विवि प्रशासन ने डीएसडब्ल्यू प्रो. शिवमोहन प्रसाद की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया है।इस कमेटी में सभी डीन शामिल हैं।
विवि की ओर से पहले चरण में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू की जाएगी।इसको लेकर डीएसडब्ल्यू प्रो. शिवमोहन प्रसाद ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।इसके तहत विवि के चार स्थानों पर बायोमेट्रिक मशीन लगाई जाएगी।बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पहले चरण में इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, जेके इंस्टीट्यूट, मोनिरबा, बीएएलएलबी (पांच वर्षीय कार्यक्रम) विभाग में बायोमेट्रिक हाजिरी की शुरुआत की जाएगी. वहीं दूसरे चरण में बाकी बचे पाठ्यक्रमों के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी की मशीनें लगाई जाएंगी।इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ डॉ. जया कपूर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दी जाने वाली छात्रवृत्ति छात्रों को तभी दी जाएगी, जब उनकी अटेंडेंस 75 फीसदी या उससे अधिक होगी। ऐसे में विवि की ओर से बायोमीट्रिक मशीन लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।